नागौर ज़िले के लिस्टेड सभी अनाथ बच्चों के देखरेख एवं संरक्षण की प्रक्रिया को एक ही दिन में किया पूरा

कोविड त्रासदी से अनाथ बच्चों का एक ही दिन में हुआ पुनर्वास
बाल कल्याण समिति नागौर ने लगातार बारह घंटे किया काम
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मनोज सोनी की अध्यक्षता में हुई समस्त विधिक प्रक्रिया पूरी
नागौर ज़िले के लिस्टेड सभी अनाथ बच्चों के देखरेख एवं संरक्षण की प्रक्रिया को एक ही दिन में किया पूरा
बाल कल्याण समिति नागौर की फ़ुल बेंच ने किया दिन भर काम

नागौर ।। कोरोना काल में अपने माता पिता को खो चुके बच्चों के संरक्षण को लेकर बाल कल्याण समिति नागौर ज़रूरत मंद, देखरेख एवं संरक्षण को लेकर बच्चों के द्वार पहुँची ऑर बच्चों के सर्वोत्तम हित को देखते हुए एक ही दिन में लिस्टेड सभी अनाथ बच्चों के देखरेख एवं संरक्षण की प्रक्रिया को पुरा किया।इसको लेकर बाल कल्याण समिति नागौर के अध्यक्ष मनोज सोनी की अध्यक्षता में बाल कल्याण समिति सदस्य निधी हेड़ा, सदस्य नत्थुराम मेघवाल, सदस्य गोपालराम, सदस्य रामलाल कुवाँड़ के साथ लगातार दिन भर कार्य कर एक ही दिन में कोविड़ त्रासदी में अपने माता पिता को खो चुके बच्चों के संरक्षण, देखरेख एवं पुनर्वास की प्रक्रिया को पुरा किया। एसे बच्चों के पुनर्वास को लेकर एक तरफ़ जिला बाल संरक्षण एवं बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक संजय साँवलानी की अलग अलग टीमों ने जिसमें परिविक्षा अधिकारी प्रेमसिंह, कार्यालय प्रतिनिधि रामभगत, परामर्शदाता सुमन, नरेंद्रसिंह, एसएसओ सहित टीम सदस्यों ने अनाथ बच्चों को लेकर सामाजिक जांच प्रकिया एवं योजनाओं से जोड़ने की प्रक्रिया को पुरा किया। उसके बाद बाल कल्याण समिति ने जांच रिपोर्ट के आधार पर तत्काल पुनर्वास की प्रक्रिया को पूर्ण न्यायपीठ के साथ पुरा किया।इसको लेकर बाल कल्याण समिति न्यायपीठ अध्यक्ष मनोज सोनी ने बताया की कोरोना त्रासदी को लेकर कई बच्चे अनाथ हो गए। छोटे छोटे बच्चों ने अपने माता पिता को खो दिया। उन बच्चों को तत्काल संबल मिले। उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ा जाए, एसे जरुरत एवं देखरेख वाले बच्चों के संरक्षण घोषित करने की प्रकिया हो, उनके पुनर्वास की प्रकिया को पुरा किया जा सके। इसके लिए बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मनोज सोनी की अध्यक्षता में बाल कल्याण समिति की फ़ुल बेंच ने अनाथ बच्चों के संरक्षण की प्रक्रिया को पुरा किया। अब इन बच्चों को सरकार की सभी निर्धारित योजनाओं का लाभ मिलेगा। ओर बालिग़ होने तक अपने परिजनों के संरक्षण एवं सीसीआइ संस्थान में रहेंगे!

अनाथ बच्चों के द्वार गई बाल कल्याण समिति
कोविड त्रासदी में अपनो को खो चुके अनाथ बच्चों के संरक्षण एवं पुनर्वास को लेकर बाल कल्याण समिति एसे बच्चों के द्वार पूर्ण न्यायपीठ के साथ पंहुची।इसको लेकर बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मनोज सोनी के साथ पूर्ण न्यायपीठ ने अलग अलग स्थानो पर जाकर उन बच्चों के परिजनों तक बच्चों के घरों तक पंहुची, जहाँ बच्चों की फ़िजिकली पहुच नही हो पाई उन बच्चों के सम्बंध में वर्चुअल माध्यम से साक्षात्कार किया परिजनों से बात की उनकी राय जानी एवं देखरेख एवं ज़रूरतमंद बच्चों के द्वार जाकर मोके पर ही विधिक प्रक्रिया को पुरा कर बच्चों के पुनर्वास, संरक्षण एवं देखरेख को लेकर आवश्यक आदेश पारित किए। ओर बिना समय गँवाए एसे बच्चों के संबंध में उनकी सहमती से सभी निर्धारित आदेश पारित पूर्ण न्यायपीठ के साथ जारी किए।

बाल कल्याण समिति नागौर ने पूर्ण पीठ के साथ एक ही दिन में अनाथ बच्चों के पुनर्वास एवं संरक्षण की प्रक्रिया को किया पुरा
बाल कल्याण समिति नागौर को मिली सूचना एवं विभाग द्वारा प्राप्त सामाजिक जांच रिपोर्ट के आधार पर पाया की नागौर ज़िले के एसे कई परिवार है जिनके बच्चे अनाथ हो चुके है, जिन्होंने अपनो को खोया है। उनमें से कई परिवारों की आर्थिक हालात बहुत ख़राब है। कई परिवारों के बच्चों को देखरेख की संरक्षण की आवश्यकता है। जिसको लेकर बाल हित को देखते हुए बाल कल्याण समिति ने दिन भर लगातार कार्य कर एसे बच्चों तक पहुच बनाई। ओर समिति ने उन बच्चों के घर जाकर प्रक्रिया को पुरा किया।

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