सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का शुभारम्भ एवं मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव
राजाराम पटेल
Jasnagar ॥ जसनगर-केकिन्द की पावन धरा पर चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर सात दिवसीय संगीतमयं श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में बुधवार को प्रवचन के चौथे दिन उन्होंने श्रीमद भगवत गीता के वाचन के दौरान कथावाचक पंडित श्री अशोक महाराज दाधीच ने अनेक प्रसंगों की चर्चा की। हर प्रसंग के बीच संकीर्तण से भक्ति व श्रद्धा के बीच भक्त गण झूमते रहे। उन्होंने कहा कि भगवत गीता श्रवण मात्र से ही जीवन के समस्त पाप व दुखों का नाश हो जाता है। भगवत गीता का बखान किया कहा गरीब हों या अमीर,झोपड़ी में हो या महल में, जहां भगवत कथा होती है,भजन होता है,वहां भगवन अपने आप आते हैं। भगवान साक्षात विराजमान होते हैं। ऐसे ही अमृतमयी कथा,आनंदमयी कथा भगवद्गीता का कथन है। भगवतगीता के कथा के दौरान भक्ति के दोनों पुत्र ज्ञान व वैराग्य का उदाहरण देते हुए भगवद्गीता श्रवण के लाभ की प्रस्तुति दी। बड्ी संख्या में श्रद्धालु महिला व पुरुष मानस प्रवचन का आनंद लेते रहे। इस दौरान आयोजनकर्त्ता रामकरण दाधिच महाराज मेड़ास वाले,बाबूलाल दिवाकर,पुखाराम गुर्जर,रामनिवास बाना,राजेंद्र प्रसाद सांखला,श्री किशन बडियासर, धमार्राम कुमावत,ओमप्रकाश प्रजापत,तुलसीराम चौहान समेत कई श्रोतागण मौजूद थे।