विधायकों की नजर में मुखिया गहलोत हुए पास,
मंत्रीयो संत्रीयो पर वोटरों की तरह जमकर बरसे विधायक किया फ़ैल
राजू चारण
बाड़मेर ।। कांग्रेस प्रभारी अजय माकन की विधायकों के साथ क्लास का आज दूसरा दिन था। आज चार संभागों के विधायकों से फीडबैक लिया सबसे पहला नम्बर अजमेर जिले के कांग्रेस विधायकों ने सुबह दस बजे से माकन से मिलने का सिलसिला शुरु हो गया था। सरकार के मंत्रियों के कामकाज के साथ, सरकार की योजनाओं, संगठनात्मक मसलों को लेकर अपनी राय रखी गई। दूसरे मंत्रिमंडल विस्तार में निचोड़ निकालने का आज आखिरी दिन है। वहीं निचोड़ में मंत्री संत्री की शिकायतों का पिटारा खोलने के बाद उनकी बैचेनिया जरूर बढ़ गई है कि कई ये फीडबैक देखते हुए दूसरे मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान उनका मंत्री पद को छीन ना लें।
प्रभारी अजय माकन ने कल जयपुर, कोटा और भरतपुर के 66 विधायकों से फीडबैक लिया था। आज वे अजमेर उदयपुर, जोधपुर और बीकानेर संभाग के विधायकों से जिलावार मिलें है। देर शाम तक सभी विधायकों से विचार विमर्श ओर बातचीत हो जाएगी। सबसे पहले शुरुआत में अजमेर के विधायक मिले और फिर नागौर, भीलवाड़ा ,टोंक, उदयपुर, राजसमंद, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, चित्तौड़, बांसवाड़ा, बीकानेर, चूरू, गंगानगर, हनुमानगढ़, बाड़मेर, जोधपुर, जैसलमेर, जालौर, पाली, सिरोही के विधायकों से फीडबैक लिया। फीडबैक खत्म होने के बाद रात को सीएमआर में मुखिया अशोक गहलोत की ओर से सभी विधायकों को रात्रि भोज दिया गया है।
कई विधायकों ने कल नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल को लेकर कहा था कि सरकार के ढाई साल बीत गए लेकिन उन्होंने एक भी बैठक नहीं ली। इसी तरह परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, शिक्षामंत्री गोविंदसिंह डोटासरा व ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला को लेकर भी शिकायतें की।कल जो हुआ इस हिसाब से आज भी खुलकर शिकायतें सामने आ सकती है।
वैसे तो विधानसभा में इस मंत्रीमंडलीय मंथन में माकन ने विधायकों से कुछ बिंदुओं पर अहम सवाल पूछे। इसमें सबसे अहम सवाल ये था कि आगामी विधानसभा चुनावों में राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की सरकार कैसे बनेगी, यहीं नहीं माकन ने विधायकों से प्रभारी मंत्री की परफार्मेंस, सरकार की आमजनों के हितार्थ योजनाओं,मंत्रियों की कार्यशैली, जिला और ब्लॉक अध्यक्ष को लेकर कई सवाल पूछे। इन सवालों के जवाब में विधायकों ने गहलोत सरकार के कामकाज को बेहद शानदार बताया। विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि कुछ मंत्रियों को लेकर विधायकों ने जरूर शिकायतें की है।