लापरवाही बरतने वाले लोगों कोराना महामारी घूम रही है आपके गली मोहल्ले में
राजू चारण
बाड़मेर ।। केंद्र और राज्य सरकार ने धीरे धीरे अनलॉक की ओर कदम बढ़ा दिया है और इसमें सभी राज्यों का साथ भी चाहिए। राजस्थान की बात करें तो यहां हालात धीरे धीरे दिनों-दिन सुधर तो रहे हैं लेकिन बीमारी को न्यौता जानबूझकर दिया जा रहा है पब्लिक द्वारा नियमों का पालन नहीं करके।
पिछले साल लॉकडाउन एक से लेकर लॉक डाउन आठ दस ओर लगाने तक हर बार पुलिस और जिला प्रशासन ने लोगों को नियमों का पालन करने के बारे में समझाया लेकिन उसके बाद भी हजारों में नहीं लाखों की संख्या में लोगों ने नियमों का जानबूझकर उल्लघंन किया। इसका हर्जाना भी उनको भरना पडा। हांलाकि अब और ज्यादा छूट मिलने के बाद नियमों का उल्लघंन होता है तो इसका अंदाजा आने वाले समय में तीसरी लहर के रूप में ज्यादा भयावह हो सकता है।
हमारे प्रदेश की आबादी करीब साढ़े सात करोड की है। अब तक सभी लॉकडाउन में छह लाख से भी ज्यादा लोगों ने नियमों का जानबूझकर राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का उल्लघंन किया है इस आबादी में से। राजधानी जयपुर शहर राज्य में सबसे उपर रहा है नियम तोडने के मामलों में। लोग मास्क नहीं लगा रहे, सड़कों पर थूक रहे हैं और कर्फ्यू इलाकों में भी गतिविधियों कर रहे हैं। ऐसे में प्रदेश में अब तक सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने और मास्क नहीं पहनने जैसे कारणों की वजह से करीब दस-बारह लाख लोगों पर कार्रवाई की जा चुकी है। इसके अलावा सार्वजनिक जगहों पर थूकने से पुलिस द्वारा हजारों लाेगाें काे पकड़ चुकी है। दूसरी ओर मास्क नहीं लगाकर आने वाले ग्राहकाें काे सामान बेचने पर लगभग दस हजार से ज्यादा दुकानदाराें पर भी जुर्माना लगाया गया है। रही सही कसर साेशल मीडिया पर अफवाहों को फैलानेवाले लोगों के मामले में पुलिस ने सैकड़ों मामले दर्ज किए हैं।
प्रदेश में करीब चालीस लाख से ज्यादा लोग अब भी अपने घरों में ही कैद हैं। लाॅकडाउन या फिर अन लाक डाउन में भले ही राज्य सरकार ने घराें से बाहर निकलने और दुकानो ओर औधोगिक कम्पनियों, दफ्तरों में जाने की छूट दी हाे लेकिन अब भी काेराेना संक्रमण के चलते प्रदेश की लाखों लोग अपने घराें में कैद हैं। प्रदेश में लगभग 237 जगहाें पर तीस जून तक धारा 144 ओर कर्फ्यू सा लगा हुआ है। जहां इमरजेंसी हाेने पर पुलिस की अनुमति से ही बाहर आ जा सकते हैं। इन 45 लाख लाेगाें के घराें के बाहर जून महीने में ओर पुलिस दिन-रात पहरा लगा रही है।
प्रदेश के 32 जिलाें में 331 थाना इलाकाें में से 237 जगह पर काेराेना संक्रमण के चलते करीब करीब हर शहर और पुलिस थाने या चौकियों के आसपास जहां पर जांच-पड़ताल शुरू करते हैं उनके आधा आधा किलाेमीटर के दायरे में कर्फ्यू सा माहौल लगा हुआ है। इसमें करीब 15 हजार से ज्यादा पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि इन कर्फ्यूग्रस्त इलाके से काेई जानबूझकर बाहर नहीं निकल सके।
अब अनलॉक में हमारी आपकी जिम्मेदारी बनती है हमारी पुलिस के सख्त पहरे में तो हजारों लोगों ने जुर्माना भरा और नियम तोड़े लेकिन अब सरकार ने जब अनलॉक फेज शुरू कर दिया है तो हमारी भी जिम्मेदारी बनती है कि हम पूरी तरह से सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करें। ऐसा नहीं करने पर हो सकता है पुलिस की सख्ती से तो जैसे—तैसे बच जाएंगे लेकिन कोरोना भड़भड़ी को खुला आमंत्रण दे सकते हैं जो आपके गांव ग्वाड़,गली मोहल्ले में घूम रहीं हैं।
इस सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक भिवाड़ी राम मूर्ति जोशी का भी यही कहना है कि अब दो जून से सरकार द्वारा नियमों में ढील देने के बाद कोराना वारियर्स के साथ साथ जनता-जनार्दन द्वारा ही नियमों का पालन कर कोराना भड़भड़ी को हरा सकती है