प्रधान पति की गिरफ्तारी के विरोध में सरपंचों का धरना, 17 घण्टे बाद मिली जमानत
कमल किशोर तंवर
Khinswar ।। खींवसर पंचायत समिति में गुरुवार दोपहर में टेंडर विवाद मामले में शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार प्रधान पति जगदीश बिडियासर को आखिर 17 घण्टे के बाद छोड़ा गया। प्रधान पति की गिरफ्तारी के विरोध में खीवसर पंचायत समिति के सभी सरपंच पुलिस थाने के बाहर पूरी रात धरने पर बैठे रहे। गुरुवार को पंचायत समिति में टेंडर फॉर्म भरने की प्रक्रिया की गयी थी जिसमे ठेकेदारों में आपसी बोलचाली कि घटना देखने को मिली । पूरे मामले में अखासर निवासी दुर्गाराम ने प्रधान पति जगदीश बिडियासर पर मारपीट करने व टेंडर फॉर्म फाड़ने का मुकदमा दर्ज करवाया इसके बाद प्रधान पति को गुरुवार शाम को गिरफ्तार कर लिया गया था। साठिका सरपंच लक्ष्मी नारायण मेघवाल ने टेंडर फार्म भरने आये दुर्गाराम व अन्यो पर समिति में मारपीट व जातीसूचक गालियां निकालने का मुकदमा दर्ज करवाया है । प्रधान पति व सरपंच संघ के अध्यक्ष जगदीश बिडियासर जमानत पर बाहर आने के बाद सभी सरपंचों के साथ पुलिस थाने के बाहर दुर्गाराम की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठ गये। मामले में डिप्टी विनोदकुमार शिपा के आश्वासन के बाद सरपंचों ने 10 दिनों तक का समय के साथ धरने की समाप्ति का एलान किया है । प्रधान पति जगदीश ने बताया कि पूरे मामले में कुछ नेताओं के इशारे पर मुझे झूठा फंसाया गया साथ ही पूर्व में भी मेरे खिलाफ मामले दर्ज करवाये गये । हमे लगातर तंग किया जा रहा है । पुलिस 10 दिनों के भीतर निष्पक्ष जांच कर साठिका सरपंच के साथ मारपीट करने वाले दुर्गाराम को गिरफ्तार नही करती है तो धरना फिर से दिया जायेगा । नागौर वर्ताधिकारी विनोदकुमार शिपा ने पत्रकारों के साथ बातचीत में बताया कि मामले में जांच की जा रही है दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी।