नक़ल गिरोह के सरगना हमारे पुलिस तंत्र से कोसों दूर
घर से निकलते ही उपेन यादव को पुलिस ने लिया हिरासत में
राजू चारण
बाड़मेर ॥ राज्य में पुलिस तंत्र अपने सुस्त मुखबिरी तंत्र के चलते दिनों-दिन नाकामियों के चर्चे आज-कल ज्यादा ही चौपालों ओर हवाई हथाईयो के बाजार में गर्माहट ला रही है। सबकुछ जानते हुए बेपरवाह आंख मूंदकर मानों चूहे को देखते हुए बिल्लियों की तरह…।
जानकारों ने बताया कि पहले राजा ओर प्रजा दोनों ही हमेशा अपने कर्तव्यों के प्रति सजग होते थे ,लेकिन आजकल रेडिमेड युग में कपड़ों की तरह बदलते हुए अधिकारियों और कर्मचारियों को सिर्फ ओर सिर्फ रूपए चाहिए लेकिन उनके लिए चाहें जो अपराध करें अपने नजदीकी थानाधिकारियों के इलाकों में, हमारे को एकमुश्त तयशुदा राशि तय समय पर मिलना चाहिए बाकी सब आपके सुख दुःख हमारे साथ में…. भूलवश दो तीन दिन ऊपर निकलने पर उनके कोप भाजन का शिकार होने वाले पीड़ित व्यक्ति अपनी जिंदगी में कभी भी लेटमलेट नहीं होगा।
है रामजी सब आश्चर्यचकित हो जाएंगे महंगी महंगी आलीशान गाड़ियों, होटलों में रंगीन मिजाज संस्कृति, अपने क्षेत्राधिकार में लाखों करोड़ों रुपए की ज़मीन जायदाद, अपार धन-संपत्ति ओर हवाई सेवाओं सहित ऐशो आराम करने के लिए सैकड़ों साधन सिवाय आज-कल की मनहूस कोराना भड़भड़ी के…..
आज़ भी राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव को आज सुबह राजधानी के पुलिस तंत्र ने शहीद स्मारक पर प्रस्तावित बेरोजगारों के लिए धरना देने जा रहे यादव को गिरफ्तार कर लिया।
स्मरण रहे पिछले दो-तीन दिन से हाईटेक प्रणाली के साधनों पर राजधानी में बेरोजगारों द्वारा भर्ती परीक्षाओं में फर्जीवाड़े के रोकने के लिए धरना प्रदर्शन होना था। राज्य की युवा व बेरोजगारों की आवाज उठाने यादव को पुलिस ने घर के बाहर निकल रहें यादव को घर के आगे से उठा कर कब्जे में लिया। आज दोपहर में शहीद स्मारक पर पिछले दो परिक्षाओं में पेपर लीक होने की घटनाओं की शाय़द खोलने वाले थे पोलम पोल ?
अक्टूबर महीने में आयोजित होने वाली परीक्षाओं पर अशोक गहलोत सरकार द्वारा नकलचियों के गिरोह का होगा भंडाफोड़ या फिर पिछले दिनों की तरह सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत के चलते कोचिंग सेंटरों, निजी स्कूलों और अन्य पारंगत तरीकों से पेपर्स लीकेज होने वाली खबरें हमेशा हमेशा की तरह अखबारों, न्यूज चैनलों, हाईटेक प्रणाली के साधनों वाले नेटवर्क पर चलती रहेगी।