टेलीमेडिसिन के माध्यम से जारी मरीजों का द्विस्तरीय पर्यवेक्षण

टेलीमेडिसिन के माध्यम से जारी मरीजों का द्विस्तरीय पर्यवेक्षण
तबीयत ठीक है आपरी, डॉक्टर साहब ने धन्यवाद देणो पड़सी
मरीजों से अपणायत भरे शब्दों में किया गया संवाद

नागौर ॥ नागौर जिले में कोरोना से संक्रमित मरीजों का टेलीमेडिसिन के माध्यम से द्विस्तरीय पर्यवेक्षण कार्य किया जा रहा है। जिसमें मरीजों का उत्साहवर्धन करने के साथ-साथ उपचार के निमित्त आवश्यक परामर्श भी दिया जा रहा है। जिले के विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती कोरोना मरीजों की देखभाल जहां प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों द्वारा की जा रही है, वहीं जिला स्तर पर भी उनकी मॉनिटरिंग वरिष्ठ चिकित्सकों की टीम द्वारा की जा रही है। जेएलएन अस्पताल में कार्यरत कोरोना वाॅर रूम में जिला कलक्टर डॉ जितेंद्र कुमार सोनी के मार्गदर्शन में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा भी आवश्यक सलाह व सुझाव भी दिए जा रहे हैं।

तबीयत ठीक है आपरी
डॉक्टर साहब ने धन्यवाद देणो पड़सी आपने। आज घरै भेजेला आपने। कुण आयो आपने लेवण रै वास्तै आदि अनेक अपणायत भरे मारवाड़ी शब्दों द्वारा संबोधन का सुंदर दृश्य देखने को मिला, जब जेएलएन नियंत्रण कक्ष में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला कलक्टर द्वारा मरीज पांची देवी से बात की गई। मकराना स्थित माहेश्वरी भवन केयर सेंटर में 30 अप्रैल से भर्ती पांची देवी को बेहोशी की स्थिति में भर्ती करवाया गया था। जिसे आज स्वस्थ होने पर अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। पांची देवी की पुत्री को जब इलाज के संबंध में पूछा गया तो उसने अंग्रेजी मिश्रित राजस्थानी में कहा कि फस्ट क्लास है तबीयत। कोई चीज की दिक्कत कोनी आई। डॉक्टर साहब घर री तरै राख्या, इस मधुर वाणी से मायड़ भाषा में उत्तर दिया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मेहराम महिया, पीएमओ डॉ शंकरलाल, डॉ राजेंद्र बेड़ा, डॉ. महेश पंवार, डॉ अनिल पुरोहित सहित अन्य चिकित्सा विशेषज्ञ भी उपस्थित थे। इस दौरान विशेषज्ञ टीम द्वारा मकराना अस्पताल में भर्ती मरीज मांगीलाल व राकेश शर्मा से भी चर्चा की गई। विशेषज्ञ टीम द्वारा संबंधित चिकित्सकों से मरीज को प्रति मिनट कितनी ऑक्सीजन दी जा रही है तथा दी जाने वाली दवाइयों के संबंध में भी जानकारी ली गई।

चिकित्सकों की, बेहतर सेवाओ के लिए की सराहना
इस अवसर पर जिला कलक्टर डॉ. सोनी ने उपखंड अधिकारी से रेमडेसिविर इंजेक्शन, ऑक्सीजन सिलेंडर तथा अन्य आवश्यक सामग्रियों की पर्याप्तता के संबंध में भी जानकारी ली तथा आवश्यकता होने पर जिला मुख्यालय से पर्याप्त आपूर्ति करवाने का आश्वासन दिया। उन्होंने सभी चिकित्सकों की सराहना करते हुए इस पुनीत कार्य को और श्रेष्ठ भाव से जारी रखने का आह्वान किया। बैठक में चिकित्सा अधिकारियों से पात्र कोविड-19 मरीजों को मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना में शत प्रतिशत लाभ दिलवाने, मरीज के पूरे परिवार को मेडिसिन किट शत प्रतिशत रूप से देने तथा उनकी हस्ताक्षरित सहित पावत्ती मय सूची देने तथा प्रतिदिन 16 हजार नागरिकों का ऑक्सीजन लेवल सर्वे कार्य को अतिशीघ्र क्रियान्वित करने का भी निर्देश दिया।

बनेगा फायर एग्जिट प्लान
बैठक में जिला कलक्टर ने जिला अस्पताल में फायर एग्जिट प्लान बनाने के साथ ही सभी 74 अग्निशामक यंत्रों को क्रियाशील स्थिति में निरंतर रखने का भी निर्देश दिया। उन्होंने पीएमओ डाॅ शंकरलाल से अस्पताल से संबंधित सभी सुरक्षात्मक उपायों के संबंध में सामूहिक रूप से चिकित्सकों की बैठक लेकर उनकी सलाह व सुझाव के अनुसार कार्य योजना बनाने का भी निर्देश दिया तथा अपने अनुभवों को सबके साथ साझा करने का भी आग्रह किया।

पुराने हॉस्पिटल के लिए बने कार्य योजना
इस दौरान उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ मेहराम महिया को नागौर जिला मुख्यालय के पुराने अस्पताल के संबंध में ब्लूप्रिंट व कार्य योजना बनाने का भी निर्देश दिया। अस्पताल परिसर में चल रहे नर्सिंग ट्रेनिंग सेंटर की ओर जाने वाले अनाधिकृत आम रास्तों को बंद करने तथा खाली पड़े क्वार्टरों के संबंध में अग्रिम तैयारी करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने जिला मुख्यालय के दोनों अस्पतालों की पेयजल की संपूर्ण व्यवस्था में बढ़ोतरी करने की पूर्व में ही तैयारी करने के भी निर्देश दिए, ताकि भविष्य में निर्माण होने वाली मेडिकल कॉलेज के कारण बढ़ने वाली संभावित संख्या के संदर्भ में भी तैयारी को शामिल किया जा सके।

मरीजों से अधिक किराया लिया तो महामारी एक्ट के तहत होगी कार्यवाही
जिला कलक्टर ने राज्य सरकार द्वारा निर्धारित एंबुलेंस किराया सूची को प्रत्येक एंबुलेंस में लगाने का भी निर्देश दिया। साथ ही अधिक किराया वसूल करने वाले एंबुलेंस मालिक अथवा चालकों के विरुद्ध महामारी एक्ट के तहत कार्यवाही करने का निर्देश दिया।

पोषण अभियान में निभाएं सक्रिय भूमिका
जिला कलक्टर ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल कल्याण विभाग को समन्वित रूप से पोषण कार्यक्रम अभियान चलाने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना की परिस्थिति में किशोरी बालिकाओं तथा विद्यार्थियों को दी जाने वाली आयरन टेबलेट वितरण के कार्यक्रम में विराम मिला है। संक्रमण की संभावित आशंका के कारण किशोरियों में आयरन व रक्त की कमी न हो इसके लिए उन्हें फोलिक एसिड, आयरन की टैबलेट अभियान के रूप में प्रदान की जाएं। इस दृष्टि से आंगनबाड़ी केन्द्रो का सहयोग लेकर महामारी से पूर्व ही टेबलेट वितरित की जाएं जिससे बालक बालिकाएं एनीमिया से बचें तथा उनके इम्यूनिटी पावर में भी बढ़ोतरी हो सके। इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी, सहायक जिला कलक्टर रामजस बिश्नोई, उपखंड अधिकारी अमित चौधरी सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।

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